लोगों के लिए जीवनशैली का साधन है धर्म
आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि सुशील मोदी के लिए धर्म भले ही राजनीतिक व्यापार का साधन हो सकता है, लेकिन औरों के लिए वह जीवन शैली का साधन है, जो उसके व्यक्तिगत आस्था से जुड़ा हुआ है. सुशील मोदी का लालू-तेजस्वी परिवार से राजनैतिक विरोध और प्रतिद्वंद्विता समझा जा सकता है. लेकिन अगर वे उस परिवार के किसी गैर राजनीतिक सदस्य की पूजा पद्धति और उसके धार्मिक आस्था पर कटाक्ष करते हैं, तो यह उनके सोच का निकृष्टतम उदाहरण ही समझा जाएगा
राजनीतिक विकल्प की करें तलाश
उन्होंने कहा कि संभव है अपने ही दल द्वारा राजनीति के मुख्य धारा से हटा दिए जाने के बाद उनके सामने पहचान बचाने का संकट हो. लेकिन इसके लिए किसी के धार्मिक आस्था पर टिप्पणी करने के बजाय, उन्हें अपने लिए राजनीतिक विकल्प की तलाश करनी चाहिए.आरजेडी प्रवक्ता ने कहा कि दूसरे की धार्मिक आस्था पर टिप्पणी करने वाले सुशील मोदी कि स्थिति यह है कि वे न तो मन्दिर में जा सकते हैं और न गिरजाघर में. उनकी आस्था किसी धर्म के प्रति नहीं है. वे धर्म का इस्तेमाल केवल वोट के लिए करते हैं और दूसरों के आस्था पर टिप्पणी करते हैं.दरसअल, बीते दिनों लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य ने पिता की सलामती और अच्छे स्वास्थ्य के लिए पूरे रमजान रोजा रखने का एलान किया था. उन्होंने ये जानकारी ट्वीट कर दी थी. रोहिणी के फैसले पर सुशील मोदी ने टिप्पणी की थी. इसी वजह से आरजेडी ने उनपर निशाना साधा है.
source - abp news
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